27 दिसंबर, 2024: गुरुवार रात 92 वर्ष की आयु में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो गया। डॉ. सिंह, जो लंबे समय से बीमार थे, का निधन देश के लिए एक अनन्त क्षति है। उनके निधन से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है, और देश भर में उनकी श्रद्धांजलि दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उनके आवास पर जाकर उनका सम्मान किया। डॉ. सिंह को भी केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में श्रद्धांजलि दी गई और शोक प्रस्ताव पारित किया गया।
डॉ. सिंह की अंतिम यात्रा की तैयारियां: कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि शनिवार, 28 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे दिल्ली स्थित ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) मुख्यालय से डॉ. सिंह की अंतिम यात्रा शुरू होगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम लोगों को उनका पार्थिव शरीर सुबह 8 बजे उनके घर से AICC मुख्यालय लाया जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह की मृत्यु के बाद केंद्र सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इसलिए शुक्रवार को होने वाले सरकारी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने रात को बेलगावी से दिल्ली पहुंचने के बाद सीधे डॉ. सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक भी बेलगावी, कर्नाटक में रद्द कर दी गई है। कांग्रेस के संस्थापक दिवस पर आयोजित सभी कार्यक्रम भी स्थगित कर दिए गए हैं। 3 जनवरी से पार्टी कार्यक्रम शुरू होंगे।
मनमोहन सिंह का योगदान: मनमोहन सिंह ने भारत की राजनीति और अर्थव्यवस्था में बहुमूल्य योगदान दिया है। 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में नामांकित हुए। भारत ने उनके नेतृत्व में आर्थिक विकास के नए आयामों को छुआ और विश्वव्यापी स्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत किया। वे भारत के चौथे सबसे लंबे समय तक रहे प्रधानमंत्री थे और देश के पहले प्रधानमंत्री भी थे।
उनकी नीतियां और निर्णय ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत और स्वतंत्र बनाया। उनकी गहरी सोच, ईमानदारी और देशभक्ति हमेशा याद रहेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का निर्णय है कि मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। आज शाम तक उनकी बेटियां अमेरिका से भारत लौट आएंगी।
मनमोहन सिंह के निधन पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी शोक व्यक्त किया। उन्हें कई देशों ने श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनमें अमेरिकी विदेश मंत्री, रूसी और चीनी राजदूत शामिल हैं। अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा, “हमारे प्रिय मित्र और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर हम शोक व्यक्त करते हैं।” उनका नेतृत्व और समर्पण हमेशा प्रेरणा देने वाला रहेगा।”
देश और दुनिया दोनों के लिए देशभक्त पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की निधन एक बड़ी क्षति है। उनकी नीतियां और योगदान भारत और दुनिया भर की अर्थव्यवस्था और राजनीति में महत्वपूर्ण रहे। उनकी सरलता, विनम्रता और देश के प्रति उनके समर्पण का स्मरण हमेशा रहेगा। उनके बिना भारत की अर्थव्यवस्था और राजनीति में एक व्यापक खालीपन होगा।